Thursday 24 June 2021

सभी को शनि के प्रकोप से बड़ा डर लगता है ,शनिदेव न्याय के देवता हैं , उन्हें प्रसन्न करने के लिए किसी बड़ी पूजा या कर्मकाण्ड की जरुरत नहीं है बस उनका  नाम स्मरण करना और उनके  सामने पीठ पीछे हाथ बांधकर सिर झुकाकर
प्रणाम करना ही काफी है। कुछ बहुत  ही सरल उपाय उनके लिए जो शनि की दशा ,महादशा और अन्तर्दशा से गुज़र
रहे हैं ...
1--तांबे के एक लोटे में साफ ताजा पानी भर लें  और उसमें 
      -एक चम्मच काला तिल
      -एक चम्मच शहद
      -एक चम्मच सरसों का
         तेल 
      -एक चम्मच गुड़
      -एक नीले रंग का फूल 
     इन सभी को डाल लें और इस जल से हर शनिवार को शिवलिंग पर अभिषेक करें यदि आपके पास शिवलिंग ना हो तो घर के पास के किसी भी पीपल के पेड़ में यह जल चढ़ा दें , अगर संभव हो तो सरसों के तेल का  दिया वहां लगायें , पीठ के पीछे हाथ बांधकर शनिदेव को प्रणाम करें और  जाने -अनजाने में की अपनी सभी गलतियों की  क्षमा प्रार्थना कर लें। ...
      शनिदेव प्रसन्न जरूर होंगे। .ॐ शं शनैश्चराय नमः

Friday 15 May 2020


कुछ ख़्वाब देखे थे हमने खुली हुई आँखों से 
बह रहे हैं वही अब इन आँखों से आँसू बनकर

दिल चाहता है रहना सबसे दूर बस अपने में गुम और तन्हा
पीछा छोड़ती नहीं यादें आज भी साथ हैं मेरे साया बनकर 

जोड़कर तिनका-तिनका एक आशियाना बनाया जिनके लिये
वही अपने मेरे अब रहते हैं यहाँ मेहमान बनकर

उदासी का गहरा अंधेरा घिर आया है काली रात की तरहा
दिल चाहता है आये कोई उम्मीद की सुबहा बनकर

तुझसे क्या कहूँ और क्या शिकवा करूँ ऐ ज़िंदगी 
मेरा नसीब रह गया है तेरे हाथों में खिलौना बनकर

सुनीताशर्मादुबे
११-०६-२०१३
१.५४ मिनट दोपहर


Wednesday 10 July 2019

यादें बचपन की.....
मेरे बचपन की यादें
गुड़ जैसी मीठी
और
इमली जैसी खट्टी
आज भी मैं
इमली और गुड़ का
खट्टा मीठा शरबत
पीती हूँ
जब यादों की गलियों
से गुज़रती हूँ ...

सुनीताशर्मादुबे
10-07-2019

Tuesday 11 June 2019

kuch khwab dekhe the kabhi maine khuli hui aankhon se
bah rahe hain vo hi meri aankhon se ab aansoo ban kar...

chahte  hai rahna door mera dil sabse bas apne me gum aur tanha
kaise bhoolen un yadon ko jo sath hain mere saya ban kar...

tinka-tinka jod ke banaya tha aashiyan maine jinke liye
vo mere apne hi rahte hain sath mere ab mehman ban kar...

ghir aaya  hai udasi ka gahra andhera rat ki taraha
dil chahta hai  koi aaye ummeed ki subaha ban kar...

jindgi kya kahoon tuhgse aur kaise karoon shikva
mera naseeb hai ki rah gai hoon tere hathon me khilauna ban kar...

Sunitasharmadubey
11-06-2013
13.54pm

कुछ 

Saturday 8 December 2018

और भी ख़ूबसूरत लगती है
हर शै जब वो अपना कह दे
तुम आज भी मेरे लिये वही हो
जो पहले हुआ करती थी


सुनीताशर्मादुबे
१६-०१-२०१७
शब्दार्थ
 कुछ  शब्द  ऐसे होते हैं जो व्यर्थ होते हैं 
निकालो तो कई उनके अर्थ होते हैं 
समझने वाला ग़लत समझ ले 
अर्थ के अनर्थ होते हैं  

सुनीताशर्मादुबे

हँसी खुशी और रंजो ग़म की चाँदी के
चमचमाते वर्क से सजा देना 
इस लजीज तोहफ़े को 
दिल के दस्तरख़ान पर 
अपनों के लिए सजा देना 


सुनीताशर्मादुबे